पार्किंग के लिए सदर का पूरा कैंपस महज 5.5 लाख रुपये में बेच दिया; अब ठेकेदार कैंपस में आने वाले लोगों से मनमाने तरीके से पार्किंग चार्ज वसूल रहे 

रांची: मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सदर हॉस्पिटल सुपरस्पेशियलिटी का निर्माण कराया | इस बीच स्वास्थ्य विभाग का हॉस्पिटल का पूरा कैंपस महज 5.5 लाख रुपये में बेच दिया है | पार्किंग के लिए सदर का पूरा कैंपस ही ठेकेदारों को दे दिया गया है वह भी एक साल के लिए | अब ठेकेदार कैंपस में आने वाले लोगों से मनमाने तरीके से पार्किंग चार्ज वसूल रहे है |इतना ही नहीं इस चक्कर में कैंपस में आने वालों से कहासुनी तो आम हो गई है | गाड़ियों के मालिक से बदसलूकी करने से भी वे बाज नहीं आ रहे है | कई बार विवाद इतना बढ़ जा रहा है कि ठेकेदार गाड़ियों को रोक ले रहे है | मनमाना चार्ज लेने के बाद ही गाड़ियों को छोड़ा जा रहा है |

सिविल सर्जन ऑफिस से लेकर सदर कैंपस पूरा एक है | कैंपस में घुसते ही ठेकेदार के आदमी पार्किंग चार्ज की पर्ची थमा देते है | इसमें बाइक के लिए प्रति घंटे दस रुपए चार्ज है | वहीं कार व अन्य छोटे वाहनों के लिए पार्किंग चार्ज प्रति घंटे 20 रुपये वसूला जा रहा है | जबकि रांची नगर निगम ने पूरे शहर में पार्किंग के लिए सबसे न्यूनजत चार्ज निर्धारित किया है | जिसके तहत 5 रुपये में टू व्हीलर तीन घंटे पार्क कर सकते है | वहीं कार के लिए 20 रुपये प्रति तीन घंटे निर्धारित है | इतना ही नहीं शुरुआत के दस मिनट सभी के लिए फ्री है |

सदर हॉस्पिटल सुपरस्पेशियलिटी में बड़ी पार्किंग बनाई गई है | लेकिन यह पार्किंग केवल डॉक्टरों और स्टाफ के लिए रिजर्व रखा गया है | जबकि शुरुआत में केवल अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए टेंडर किया गया था | जिससे कि गाड़ियां कैंपस में नहीं रहती | सभी को बेसमेंट पार्किंग में ही गाड़ियां लगानी थी | लेकिन चढ़ावा के चक्कर में अधिकारियों ने पूरा कैंपस ही ठेकेदार को सौंप दिया | अब तो कैंपस में घुसते ही वे चार्ज वसूल लेते है | फिर काम चाहे चंद मिनटों का हो या फिर घंटों का |

सीएस का तर्क

सदर हॉस्पिटल का पूरा कैंपस ठेकेदार को बेच दिए जाने के पीछे सिविल सर्जन के अलग-अलग तर्क है | उनका कहना है कि इससे हॉस्पिटल को एकमुश्त 5.5 लाख रुपये मिल गए है | जिसका इस्तेमाल हम मरीजों के हित में कर सकते है | वहीं कैंपस में बेवजह गाड़ियों की भीड़ भी नहीं लगेगी | इसके अलावा जो भी आएंगे उन्हें चार्ज तो देना पड़ेगा | चूंकि पहले कॉलेज के स्टूडेंट्स ने कैंपस को ही पार्किंग बना दिया था | अब कैंपस में भीड़ भी नहीं होती | वहीं ज्यादा चार्ज पर उन्होंने कहा कि जल्द ही इस पर विचार करते हुए कम कराया जाएगा |

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