झारखंड की राजधानी रांची में ईडी की टीम एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तुपुदाना रांची की थाना प्रभारी दारोगा मीरा सिंह के ठिकानों पर पहुंची हुई है। यह छापामारी जमीन घोटाला के सिलसिले में की जा रही है। मीरा सिंह सत्ता की करीबी मानी जाती रही है। दारोगा मीरा सिंह खूंटी में महिला थानेदार रहते हुए एक बार रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। मीरा सिंह 2012 बैच की दारोगा हैं।
मीरा सिंह सत्ता की करीबी रही हैं
खूंटी में थाना प्रभारी रहते हुए मीरा सिंह को 25 फरवरी, 2021 को एसीबी ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।सूत्रों के मुताबित यह भी पता चला है की एक बार डीजीपी को भी उनके तबादले का आदेश वापस लेना पड़ा था।रिश्वत का मामला अभी कोर्ट में चर्चे है। मीरा सिंह को रांची जिला में स्थानांतरित होने के बाद दो साल पहले तुपुदाना ओपी का थाना प्रभारी बनाया गया था।
उन्हें पद से हटाने की भी अनुशंसा हुई है। मीरा सिंह पर तुपुदाना ओपी प्रभारी रहते भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। डीजीपी ने हज़ारीबाग़ स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया था परन्तु अपनी पहुंच के बल पर मीरा सिंह ने स्थानांतरण को रुकवाया।जिस वजह से डीजीपी को अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
मीरा सिंह का विवादों से गहरा नाता
यह कहा जा रहा है की मीरा सिंह का विवादों से गहरा नाता रहा है | झारखंड उच्च न्यायालय, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी दारोगा मीरा सिंह पर पहले से मुकदमा चल रहा है। भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास भी पूर्व में कई बार सरकार को पत्र लिखकर मीरा सिंह पर करवाई की मांग कर चुके हैं।