देवघर। उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी विशाल सागर की अध्यक्षता में गुरुवार को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को लेकर बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कार्यक्रम को लेकर किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करने के अलावा निरक्षरों को साक्षर बनाने की दिशा में कार्य करने का निदेश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया गया।
इसके अलावा बैठक के दौरान उपायुक्त विशाल सागर द्वारा जानकारी दी गयी कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष से अधिक आयु के सभी निरक्षर लोगों को इस योजना का लाभ प्राप्त करने के पात्र हैं। आगे उपायुक्त ने कहा कि प्रौढ़ शिक्षा संबंधी यह केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से प्रायोजित योजना है। इस कार्यक्रम के दायरे में ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से जिले में 15 वर्ष व इससे अधिक आयु वर्ग के निरक्षर लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में इस नए प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम के पांच आयाम हैं।
इनमें बुनियादी साक्षरता व अंक ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल से जुड़ा ज्ञान, बुनियादी शिक्षा व व्यावसायिक कौशल विकास शामिल हैं। साथ ही इस योजना को पढ़ना-लिखना अभियान के कुछ पहलुओं से जोड़कर आगे बढ़ाया जाएगा और इसमें जीवन कौशल एवं अन्य तत्वों का समावेश किया जाएगा। इसमें महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और अन्य वंचित समूहों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इसके अलावे उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के सफल संचालन में आपसरी समन्वय के साथ जमीनी स्तर पर कार्य करें ताकि 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने की दिशा में कार्य किया जा सके।
इस दौरान बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक व पदाधिकारी बिनोद कुमार, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी आदि उपस्थित थे।