वर्तमान युग में शरीयत के मसाइल और उलेमा की ज़िम्मेदारियां पर हज़रत का संबोधन

रांची: इस्लामिक फ़िक़्ह अकादमी (इंडिया) नई दिल्ली मध्य एशिया की एक प्रतिष्ठित और सुप्रसिद्ध शैक्षणिक संस्था है, जो पिछले 37 वर्षों से चर्चा, शोध, लेखन, संकलन और नए शरीयत मसाइल के समाधान हेतु कार्यरत है। अकादमी के अंतर्गत अब तक देश के विभिन्न प्रांतों में 33 फ़िक़्ह सेमिनार आयोजित किए जा चुके हैं। 34वाँ फ़िक़्ह सेमिनार झारखंड राज्य में आयोजित होने जा रहा है। इसी संदर्भ में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष, इस्लामिक फ़िक़्ह अकादमी के महासचिव और प्रख्यात धार्मिक विद्वान हज़रत मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

जिसकी अध्यक्षता विशिष्ट अतिथि हजरत मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने की और संचालन हजरत मौलाना मुफ्ती तल्हा नदवी महासचिव मजलिस उलेमा झारखंड ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत कारी कुरान हजरत कारी सोहैब अहमद द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई। नात नबी मौलाना परवेज ने पढ़ी। आज के कार्यक्रम का विषय था “वर्तमान युग में शरीयत के मसाइल का समाधान और उलेमा की जिम्मेदारियां” और 34वें फ़िक़्ह सेमिनार के आयोजन के संबंध में आपसी मशविरा। हज़रत मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने बहुत ही सार्थक संबोधन किया। हज़रत ने उलेमा को 34वें फ़िक़्ह सेमिनार के बारे में बताया, जो जमशेदपुर झारखंड में आयोजित होने जा रहा है। हज़रत ने कहा कि इस सेमिनार का विषय चार है।

नेत्रदान, मेडिकल इंश्योरेंस, ऑनलाइन शिक्षा, माइक्रोफाइनेंस। इसके साथ ही हजरत मौलाना मुफ्ती इम्तियाज ने बे प्रोग्राम को संबोधित किया। इस मौके पर हजरत मौलाना मुफ्ती नजर तौहीद, हजरत मौलाना नसीम अनवर नदवी, हजरत मौलाना मुफ्ती सलमान कासमी, हजरत मौलाना साबिर मोहनपुरी, हजरत कारी सोहैब अहमद, हजरत मौलाना मुफ्ती तलहा नदवी, रियाज शरीफ जमशेदपुर, मौलाना तलहा नदवी, हजरत मौलाना डॉ. असगर मिस्बाही, हजरत मौलाना मुशर्रफ जमाल कासमी, हजरत मौलाना शरीफ अहसन मजहरी, मौलाना मंजूर कासमी, मौलाना अब्दुल माजिद, हजरत मौलाना इमरान नदवी, हजरत मुफ्ती अबू उबैदा, हजरत मौलाना शहाबुद्दीन कांके, हजरत कारी अशरफ-उल-हक मजाहिरी कांके, हजरत मौलाना अब्दुल्लाह नदवी परहे पार्ट, हजरत मौलाना अब्दुल मनान इस्लाही जमात-ए-इस्लामी, हजरत मौलाना मुफ्ती सैफुल्लाह धनबाद, शहर काजी हजरत मौलाना मुफ्ती कमर आलम कासमी, हजरत मौलाना मुफ्ती अकरम गिरिडीह, हजरत मौलाना मुफ्ती अबू दाऊद कासमी, मौलाना तबरेज, कारी तैयब, हाफिज आरिफ, सामाजिक कार्यकर्ता आदिल जहीर, डॉ. माजिद आलम, एडवोकेट अज़हर खान, एडवोकेट ए. अल्लाम, समश तबरेज़ समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *