सदर में पहली बार बड़ी आंत के कैंसर का सफल ऑपरेशन, बायोप्सी में हुआ था डिटेक्ट

रांची : रांची सदर अस्पताल सफलता के नए आयाम लिख रहा है | एक के बाद एक नई उपलब्धियां भी हॉस्पिटल का मान बढ़ा रही है | कुछ ऐसा ही एकबार फिर यहां के डॉक्टरो ने कर दिखाया है | कंसल्टेंट ओंको सर्जन डॉ प्रकाश भगत और लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अजीत ने सदर में पहली बार बड़ी आंत के कैंसर की सर्जरी की है | सर्जरी सफल रही और मरीज फिलहाल स्थिर है | बता दें कि यह पहला मौका है कि जब सदर में बड़ी आंत के कैंसर का सफल ऑपरेशन (एपीआर-एबडोमिनल पेरिनियल रिसेक्शन) आयुष्मान योजना के तहत निःशुल्क किया गया | बता दें कि रांची के चटकपुर की 35 वर्षीय महिला को सर्जरी विभाग में बवासीर का शक होने पर नवंबर 2023 में दिखाने आई थीं | उन्हें पैखाना के रास्ते से खून आने व दर्द की शिकायत थी |

कीमोथेरेपी के बाद हुआ आपरेशन

शक होने पर डॉ जयंत घोष के सलाह के अनुसार कोलोनोस्कोपी और बायोप्सी कराया गया | बायोप्सी रिपोर्ट में कैंसर (एडिनो कार्सिनोमा) का पता चला | इसके बाद मरीज को कैंसर सर्जरी विभाग रेफर कर दिया गया | पूरी जांच कराने पर पता चला कि बड़ी आंत का कैंसर मलद्वार के मुंह के ढाई-तीन सेंटीमीटर नजदीक तक पहुंच गया है | फिर उन्हें चार साइकिल कीमोथेरेपी, दो-दो सप्ताह के अंतराल पर दी गई | वहीं उसके बाद रेडियोथेरेपी भी दी गई | रेडियोथेरेपी के 2 महीने के बाद ऑपरेशन किया जा सकता है | इसलिए म‌ई महीने के अंतिम सप्ताह में उनका सफल आपरेशन किया गया | इस ऑपरेशन में बड़ी आंत का बड़ा हिस्सा हटाना पड़ा | वहीं स्टूल के रास्ता पेट से बनाना पड़ा | मरीज स्थिर है और खाना भी ठीक से खा रही है | उनका स्टोमा भी ठीक से काम कर रहा है | इस ऑपरेशन में निजी अस्पतालों में 5 लाख से ऊपर का खर्च आता है |

ये टीम थी आपरेशन में

ओंको सर्जन डॉ प्रकाश भगत

लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अजीत कुमार

एनेस्थिसिस्ट डॉ जयवंत मुर्मू

ओटी अस्सिटेंट सिस्टर सरिता, पूनम, ओटी असिस्टेंट सुशील, मुकेश,लखन,माधव बंदो,रश्मि बाड़ा, आशा तिग्गा,संदीप, निशांत, तनवीर

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