Dhanbad Heatwave धनबाद में गर्मी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। तेज धूप से कोयलांचल की धरती तप रही है। पारा 41 डिग्री सेल्सियस के ऊपर जा रहा है। ऐसे में सूरज से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें खास नुकसान पहुंचा रही हैं। तेज धूप की चपेट में आने पर लोग सन बर्न के शिकार हो रहे हैं। इससे बचाव बेहद जरूरी है।
Dhanbad Temperature: कोयले की धरती धनबाद तेज गर्मी से झुलस रही है। तापमान हर दिन 41 डिग्री सेल्सियस के ऊपर जा रहा है। ऐसे में सूरज से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें अपना असर दिखाना शुरू कर रही हैं।
तेज धूप से सन बर्न का नुकसान
तेज धूप की चपेट में आने पर लोग सन बर्न के शिकार हो रहे हैं। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चर्म रोग ओपीडी में हर दिन 10 से 15 मरीज़ इससे प्रभावित होकर आ रहे हैं। चर्म रोग विभाग के एचओडी डॉ एसके मंडल ने बताया कि लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में धूप के लगातार संपर्क में आने पर सन बर्न का खतरा हो सकता है। त्वचा झूलस सकती है, सूरज से निकलने वाली पराबैंगनी की किरणें त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकती है। इससे संबंधित मरीज़ हर दिन अस्पताल में आ रहे हैं।
पराबैंगनी करने काफी घातक
डॉ मंडल ने बताया कि त्वचा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है । प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित क्षेत्रों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर प्रतिक्रिया करती है, जिससे सूजन वाली त्वचा (एरिथेमा) होती है जिसे सनबर्न के रूप में जाना जाता है।
खासकर वैसे लोग जो दोपहर 12:00 बजे से 3:00 तक सीधे धूप के संपर्क में आते हैं, वह इसके शिकार हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि दरअसल मानव शरीर 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा धूप बर्दाश्त नहीं कर पता है। और धूप के सीधे संपर्क में आने पर त्वचा, आंखें आदि प्रभावित होने लगते हैं।
यह दिखाने लगते हैं लक्षण
त्वचा पर फफोले बनने लगा अथवा त्वचा लाल हो जाना, शरीर में तेजी से निर्जलीकरण बढ़ने लगना, अचानक से व्यक्ति को मतली आने लगना, चक्कर आना, सांस लेने में दिक्कत, बेहोश होना, शरीर में थकान होने, बुखार होने लगना आदि शामिल हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
- दोपहर 12:00 से शाम 3:00 बजे तक सीधे धूप के संपर्क में नहीं रहे
- पूरे बदन ढक कर सूती के कपड़े पहने
- बाहर निकलते समय तोलिया या छत जरूर रखें
- अपने साथ पानी का बोतल जरूर रखें
- वसायुक्त अथवा तैलिय भोजन से परहेज करें
- तेज धूप लगने के बाद तुरंत ठंडा जगह पर चले जाएं
- बर्फ का सेंक प्रभावित अंगों पर कर सकते हैं
- परेशानी होने पर तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं