आदिवासियों के प्रणेता दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधान से हर ओर शोक की लहर है. झारखंड की राजनीति में भी आज सन्नाटा है. सभी पार्टियों के नेता शोक संतप्त हैं. गुरू जी की बड़ी बहु ने भी अपना दुख व्यक्त किया है.
दिशोम गुरु शिबू सोरेन की बड़ी बहु सह पूर्व विधायक सीता सोरेन ने कहा है कि बाबा सिर्फ हमारे घर के मुखिया नहीं थे…वे हमारे जीवन के प्रकाश थे. हमारे अपने, हमारे मार्गदर्शक और हमारे सबसे बड़े सहारे. आज जब वो हमारे बीच नहीं हैं, तो ऐसा लग रहा है जैसे एक पूरा युग समाप्त हो गया हो.
उनके बिना ये घर वैसा नहीं रहेगा,उनकी हंसी, उनका स्नेह, उनकी डांट तक, सब कुछ अब यादों में रह गया है.
झारखंड ने एक महान सपूत खोया है, लेकिन हमने अपना गुरू, अपना पिता, अपना जीवनदाता खोया है. बाबा, आपने जो मूल्य हमें सिखाए, जो परंपराएं आपने शुरू की और जो सम्मान आपने कमाया हम उसे संजोकर रखेंगे. आपकी विरासत को आगे ले जाना अब हमारा धर्म है.
आपकी बड़ी बहू होने के नाते मेरा सिर गर्व से ऊंचा है, लेकिन दिल आज टूट गया है. आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे, बाबा. आपकी यादें, आपकी बातें, आपकी छाया कभी मिट नहीं सकती. आपका आशीर्वाद हमारे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है. हम आपको कभी अलविदा नहीं कह सकते,आप हममें जीते रहेंगे.