सीबीआई (CBI) ने नक्शा घोटाला से जुड़े मामले में अपनी जांच पूरी करते हुए सीबीआई की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की है. सीबीआई की चार्जशीट में कुल 18 लोगो और कंपनियों को आरोपित किया गया है. सीबीआई की चार्जशीट पर कोर्ट को संज्ञान लेना है. यह मामला करीब 14 साल पुराना है. इससे जुड़ा एक मामल हाईकोर्ट में क्वैश हो चुका है.
सीबीआई ने जिन लोगों पर चार्जशीट दाखिल की है, उसमें सुरेंद्र नाथ मंडलवार, उमेश प्रसाद सिंह, सुधीर कुमार, राजेश कुमार, अनुपम तिर्की, विनोद कुमार सिंह, श्याम प्रकाश, शिबेन रॉय, राजकेश्वर महतो, रतन कुमार सिन्हा,सुनील विजय, विश्वजीत साहा, लवलीन कुमार, बेनी माधव राय, अश्विनी शुक्ला, जगन्नाथ लाइफ केयर और रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियों के नाम शामिल है.
दरअसल, रांची शहर में बनी बहुमंजिली इमारतों के नक्शे की जांच की मांग को लेकर हरिनारायण लाखोटिया ने झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. जिस पर अदालत ने वर्ष 2011 में सीबीआइ को आरआरडीए में हुए नक्शा घोटाले की जांच का आदेश दिया था.
लाखोटिया ने अपनी याचिका में आरआरडीए द्वारा स्वीकृत नक्शे में बिल्डर द्वारा बदलाव कर पार्किंग की जगह पर दुकान बनाने का आरोप लगाया था. मामले की सुनवाई के दौरान आरआरडीए ने 10 साल की अवधि में 1547 बहुमंजिली इमारतों का नक्शा पास करने और नक्शा में अनुरूप निर्माण नहीं करने के 1000 से ज्यादा मामलों का उल्लेख किया था.