राजधानी रांची के सदर अस्पताल में रविवार को एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की ने एक शिशु को जन्म दिया। प्रसव के बाद यह तथ्य सामने आया कि किशोरी गुमला जिले के एक गांव में कई महीने पहले यौन उत्पीड़न की शिकार हुई थी, जिसकी जानकारी अब जाकर उजागर हुई है। अस्पताल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए लोअर बाजार थाना पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने किशोरी का बयान दर्ज कर मामला गुमला के बसिया थाना को सौंप दिया है।
पीड़िता ने बताया कि घटना के समय वह स्कूल से लौट रही थी, जब रास्ते में एक युवक ने उसे अकेला पाकर दुष्कर्म किया। आरोपी ने उसे धमकी दी थी, जिससे भयभीत होकर उसने घटना की जानकारी तत्काल किसी को नहीं दी। कुछ महीनों बाद, जब शारीरिक परिवर्तन दिखने लगे, तब परिजनों ने चिकित्सकीय जांच कराई। जांच में गर्भ की पुष्टि होने के बाद पीड़िता ने परिजनों को सच्चाई बताई। लेकिन सामाजिक दबाव और भय के कारण परिवार ने भी मामले को छुपाए रखा।
रांची आकर कराया प्रसव
स्थानीय स्तर पर उचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं होने और स्थिति के संवेदनशील होने के कारण परिजन किशोरी को लेकर रांची पहुंचे और सदर अस्पताल में उसका सुरक्षित प्रसव कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि किशोरी ने पूरे नौ माह का गर्भधारण किया था और फिलहाल मां और नवजात दोनों की हालत स्थिर है।